] सीडीएलयू: ऑफलाइन मोड की परीक्षाएं अब विधार्थियों की मांग पर 09 सितम्बर से होंगी शुरू।। परीक्षाएं पहले 3 सितंबर से शुरू होनी थी।

Advertisement

6/recent/ticker-posts

सीडीएलयू: ऑफलाइन मोड की परीक्षाएं अब विधार्थियों की मांग पर 09 सितम्बर से होंगी शुरू।। परीक्षाएं पहले 3 सितंबर से शुरू होनी थी।

 चौधरी देवी लाल विश्वविद्यालय सिरसा  के फाइनल सेमेस्टर की यूजी तथा पीजी की परीक्षाएं ऑनलाइन तथा ऑफलाइन दोनों मोड से करवाई जायेगी। ऑफलाइन मोड की 3 सितम्बर से आरम्भ होने वाली परीक्षाएं अब विधार्थियों की मांग पर 09 सितम्बर से होंगी

चोपटा प्लस

चौधरी देवी लाल विश्वविद्यालय सिरसा  के फाइनल सेमेस्टर की यूजी तथा पीजी की परीक्षाएं ऑनलाइन तथा ऑफलाइन दोनों मोड से करवाई जायेगी। ऑफलाइन मोड की 3 सितम्बर से आरम्भ होने वाली परीक्षाएं अब विधार्थियों की मांग पर 09 सितम्बर से होंगी। परीक्षा नियंत्रक प्रोफेसर सुल्तान सिंह ने सभी विभागाध्यक्षों और महाविद्यालयों के प्रधानाचार्यों से अनुरोध किया है की वे लिखित परीक्षाओं से पहले प्रैक्टिकल परीक्षाएं सितम्बर माह के पहले सप्ताह में करवा ले, ताकि परीक्षा परिणाम समय पर घोषित किया जा सके।   

यह जानकारी चौधरी देवी लाल विश्वविद्यालय सिरसा के कुलपति प्रोफेसर राजबीर सिंह सोलंकी ने गूगल मीट के माध्यम से सिरसा तथा फतेहबाद के पत्रकारों से रूबरू होते हुए दी। कुलपति ने  कहा कि स्नातक परीक्षाओं के लिए 11450 व  स्नातकोत्तर परीक्षाओं  में 2049 परीक्षार्थी होंगे । कुलपति ने कहा कि परीक्षाओं के दौरान विद्यार्थियों व ड्यूटी देने वाले स्टाफ को मास्क लगाना अनिवार्य होगा और हॉस्टलों में एक विद्यार्थी को एक कमरा दिया गया है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन परीक्षाओं के दौरान पूर्ण रूप से विद्यार्थियों की हर संभव सहायता करेगा। उन्होंने कहा की इंग्लिशहिंदी तथा एनवायरनमेंट साइंस विषय के पेपर ओड तथा इवन रोल नंबर के हिसाब से प्रातः कालीन तथा साय कालीन स्तर में होंगे ताकि सोशल डिस्टेंसिंग की अनुपालना पूर्ण ढंग से हो सके। ओड रोल नंबर वाले परीक्षार्थियों की परीक्षाएं प्रातः कालीन स्तर में तथा इवन रोल नंबर वाले परीक्षार्थियों की परीक्षाएं साय कालीन स्तर में होंगी। 

कुलपति ने कहा कि  09 सितम्बर से शुरू होने वाली यूजी व पीजी के अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाओं के लिए यूनिवर्सिटी टीचिंग डिपार्टमेंट में 22 सेंटर बनाए गए हैंइस के अतिरिक्त विश्वविद्यालय से संबंधित महाविद्यालयों में 27 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं जिनमें से 11 परीक्षा केंद्र फतेहबाद में व सिरसा में 16 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। कुलपति ने कहा कि विद्यार्थियों की मांग पर ऑनलाइन परीक्षाओं का प्रावधान भी विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा रखा गया है । जो परीक्षार्थी ऑनलाइन मोड  से परीक्षा देना चाहते हैं वह 8 सितंबर तक अपना ऑप्शन ईमेल के माध्यम से कॉलेज प्रिंसिपल व संबंधित विभाग के अध्यक्ष को दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन परीक्षा के दौरान विद्यार्थियों को 3 घंटे की बजाय 3:30 घंटे का अवसर दिया जाएगा।

परीक्षाओं की गरिमा पूर्ण तरीके से कायम रखी जाएगी । उन्होंने कहा कि ऑनलाइन  परीक्षाओं का  एकेडमिक तथा मूल्यांकन पक्ष विश्वविद्यालय के पास ही रहेगा जबकि परीक्षाओं के संचालन के लिए एजेंसी को हायर किया जाएगा। कुलपति ने कहा कि ऑनलाइन परीक्षा के दौरान विद्यार्थियों को नेटवर्क या डॉक्युमेंट स्कैनिंग में आई आ रही परेशानी विद्यार्थियों के खुद की होगी। ऑनलाइन परीक्षा का रिजल्ट भी 15 दिन देरी से आएगा। उन्होंने कहा कि लोकडाउन के दौरान विश्वविद्यालय बंद रहे हैं परंतु इस दौरान ऑनलाइन पढ़ाई करवाई गई है। विद्यार्थी हित को ध्यान में रखते हुए परीक्षाओं को प्रश्नपत्र में भी बदलाव किये गए है जिसके तहत पांच प्रश्नों को चुनने का भी खुला अवसर परीक्षार्थियो को दिया जायेगा। इससे पहले यूनिट के हिसाब से प्रश्न करने अनिवार्य होते थे। परीक्षाओं के दौरान केंद्रीय गृह मंत्रालय व स्वास्थ्य मंत्रालय की विभिन्न दिशा निर्देशों की अनुपालना की जाएगी।


इस अवसर पर परीक्षा नियंत्रक प्रोफेसर सुल्तान सिंह ने बताया कि ऑनलाइन माध्यम से परीक्षा देने वाले परीक्षार्थियों को पारदर्शिता का पूरा ध्यान रखना होगा और विश्वविद्यालय के परीक्षा नियमों के अनुपालन करनी होगी। प्रोफेसर सुल्तान सिंह ने कहा की ऑनलाइन परीक्षा देने के इच्छुक परीक्षार्थियों को ईमेल के माध्यम से विभागाध्यक्ष तथा महाविद्यालयों के प्रधानाचार्यों को आवेदन करना होगा।  इस अवसर पर विश्वविद्यालय के चीफ वार्डन प्रोफेसर अभय गोदारा  ने बताया कि विश्वविद्यालय के पांचो हॉस्टल्स को खोल दिया गया है और हॉस्टल के अंदर मेस  को भी शुरू किया जाएगा ताकि विधार्थियों को  किसी प्रकार की कोई दिक्कत ना हो। इस अवसर पर  विश्वविद्यालय कुलसचिव डॉ राकेश वाधवा शैक्षणिक मामलों की अधिष्ठाता प्रोफेसर दीप्ति धर्मानी,जनसंपर्क निदेशक प्रोफेसर दिलबाग सिंहजनसंपर्क अधिकारी डॉ अमित सांगवान भी उपस्थित थे।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ