चोपटा। नाथूसरी चोपटा क्षेत्र के करीब 25 गांवों से होकर गुजरने वाले हिसार घग्गर ड्रेन सेमनाला के ओवरफ्लो और जगह-जगह रिसाव को लेकर प्रशासन की लापरवाही के खिलाफ अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की सिरसा जिला अध्यक्ष सरपंच बैनीवाल की अगुवाई में ग्रामीणों ने ड्रेन के मुहाने पर जाकर धरना शुरू कर दिया है।
धरने पर बैठी अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की जिला अध्यक्ष सरपंच संतोष बैनीवाल का आरोप है कि हिसार घग्गर ड्रेन में लगातार पानी की मात्रा बढ़ती जा रही है जिससे आसपास के गांवों के लोगों को टूटने का डर सता रहा है। लेकिन संबंधित विभाग व जिला प्रशासन द्वारा पानी निकासी को लेकर कोई ठोस व्यवस्था नहीं की गई है।
हिसार घग्गर ड्रेन के मुहाने पर जहां घग्गर नदी से जुड़ता है वहां पर दड़बा कलां,गुड़िया खेड़ा, रुपाणा, शक्कर मंदोरी, नाथूसरी चोपटा, कागदाना सहित कई गांवों के ग्रामीण सरपंच संतोष बैनीवाल के अगुवाई में धरने पर बैठ गए हैं।
धरने पर बैठे मांगे राम बैनीवाल, सुनील कुमार, ओमप्रकाश, पवन, सुंदर, धोलू, राजपाल भांभू ,हनुमान, पृथ्वी सिंह, मनीराम सहित कई लोगों ने सिंचाई विभाग व जिला प्रशासन और सरकार के खिलाफ रोष व्यक्त किया है।
इस दौरान संतोष बेनीवाल ने कहा कि हिसार घग्गर ड्रेन सेमनाला ऐलनाबाद विधानसभा क्षेत्र के करीब 25 गांवों में से होकर गुजरता है और बारिश के कारण इसका जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। जगह-जगह रिसाव शुरू हो गया है। लेकिन ड्रेन के अंतिम छोर पर पानी निकासी की कोई ठोस व्यवस्था नहीं की गई है। मातर ट्रैक्टरों की सहायता से पानी निकासी की जा रही है। लेकिन अंतिम छोर पर पड़ी बिजली की मोटर प्रयोग नहीं की जा रही। जिसके कारण पानी निकासी प्रक्रिया काफी धीमी चल रही है। और पीछले गांवों में लगातार ड्रेन के टूटने का खतरा मंडरा रहा है। कई जगह रिसाव के चलते सैकड़ो एकड़ फसल जल मग्न हो गई है । ग्रामीण अपने स्तर पर बचाव कार्य में भी लगे हुए हैं। इनका कहना है कि ड्रेन के अंतिम छोर पर पानी निकासी व्यवस्था सही की जाए तो पीछे पानी का दबाव कम हो जाएगा। जिसको लेकर उन्होंने संबंधित विभाग व जिला प्रशासन के अधिकारियों से कई बार बात की लेकिन कोई ठोस जवाब नहीं दिया गया। उन्होंने कल रात प्रशासन को कल्टीवेटर दिया था कि अगर जल्दी कोई समाधान नहीं होता है तो वह ग्रामीणों को लेकर धरना शुरू कर देंगी। लेकिन किसी भी अधिकारी या सरकार द्वारा ठोस आश्वासन न मिलने के चलते उन्होंने घग्गर नदी के पास ड्रेन के अंतिम छोर पर धरना शुरू कर दिया है। जब तक पानी निकासी की पानी का स्तर सामान्य नहीं होगा तब तक धरना जारी रहेगा।
गौर तलब है कि हिसार घग्गर ड्रेन के अंतर्गत सिरसा जिले के शक्कर मंदोरी, शाहपुरिया, तरकां वाली, माखोसरानी, नाथूसरी चोपटा, दड़बा कला, रुपाणा खुर्द, निरबाण, गुड़िया खेड़ा ढूकड़ा, माधो सिंघाना, मौजू खेड़ा सहित कई गांवों ,में से सेमनाला गुजरता है
जिसमें लगातार पानी का स्तर बढ़ने से टूटने और रिसाव होने का खतरा बना हुआ है। मोडिया खेड़ा और गुड़िया खेड़ा के बीच रिसाव होने से 20 एकड़ धान की फसल पूरी तरह पानी में डूब गई। इसी प्रकार शक्कर मंदोरी, और शाहपुरिया के आसपास भी लगातार टूटने का खतरा बना हुआ है। सिरसा भादरा रोड पर नाथूसरी चोपटा और दड़बा कलां के बीच टूटने का खतरा मंडरा रहा है । ग्रामीणों का कहना है कि अगर सेमनाला टूट जाता है तो हजारों एकड़ में खड़ी फसल पूरी तरह बर्बाद हो जाएगी और गांवों में भी पानी घुसने का खतरा बना हुआ है ।
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