Gogamedi news : गोगामेड़ी मेला 2025 उत्तर भारत का सबसे गोगामेड़ी मेले का हुआ विधिवत समापन, 1 महीने में 20 लाख श्रद्धालुओं ने लगाई धोक,इस बार 8 करोड़ 87 लाख रुपए की आय हुई
Gogamedi news । हरियाणा की सीमा से राजस्थान के राजकीय आत्मनिर्भर मंदिर श्री गोगाजी गोगामेड़ी मेला वर्ष 2025 का रविवार को भाद्रपद पूर्णिमा पर औपचारिक समापन हुआ।
भादरा विधायक संजीव बेनीवाल ने देवस्थान विभाग द्वारा पहली बार लगे रैन बसेरे की शानदार व्यवस्था की तारीफ की, उन्होंने कहा कि मेला प्रशासन, पुलिस प्रशासन , सामाजिक संगठन और सभी धर्मशालाओं ने मिलकर मेला की शानदार व्यवस्था की।
अगले वर्ष और अधिक बजट लाने की घोषणा की। इसके साथ ही पशु मेला का भी समापन किया गया। मेला मजिस्ट्रेट राहुल श्रीवास्तव ने कहा कि देश के कोने कोने से बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं गोगामेडी मेला आस्था और श्रद्धा का केंद्र है, मेला की सुचारु व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी धार्मिक और सामाजिक के संस्थानों ने अच्छा सहयोग दिया , उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष की भांति इस बार राजकीय कोष अधिक आई हुई है ,समापन अवसर पर भादरा विधायक संजीव बेनीवाल, नोहर अतिरिक्त जिला कलक्टर संजू पारीक, नोहर उपखंड अधिकारी राहुल श्रीवास्तव व भादरा एसडीएम कल्पित श्योराण, गोरखटीला प्रन्यास के पीठाधीश्वर और ग्राम प्रशासक महंत रूपनाथ, पूर्व सरपंच और मेला ठेकेदार मांगूसिंह गोगामेडी,सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।
इस वर्ष मेले में पंजाब में आई बाढ़ के कारण दूसरे पखवाड़े में श्रद्धालुओं की संख्या कुछ घटी, फिर भी लगभग 20 लाख श्रद्धालु गोगामेड़ी पहुंचकर जाहरवीर गोगाजी के दर्शन किए। आय के मामले में इस बार रिकॉर्ड बढ़ोतरी हुई है।
दानपात्रों व रसीदों से पिछले वर्ष 2,12,55,520 रुपए की आय हुई थी, जबकि इस बार यह बढ़कर 3,09,50,596 रुपए (7 सितम्बर तक की गणना अनुसार) हो गई है। अभी 20 से 25 लाख रुपए की राशि की गणना शेष है। अस्थाई भूखंडों एवं अन्य स्रोतों से हुई आय को मिलाकर अब तक कुल आय 8.87 करोड़ रुपए दर्ज की गई है, जो पिछले वर्ष के 7.71 करोड़ रुपए से कहीं अधिक है।
जिला प्रशासन और देवस्थान विभाग ने इस बार यात्रियों की सुविधा के लिए कई नवाचार किए, जिनका व्यापक असर दिखाई दिया। मंदिर परिसर में लगभग 850 फीट स्थायी स्टील बेरिकेटिंग बनाई गई, जिससे श्रद्धालुओं को धूप व बारिश से राहत मिली और चैन स्नैचिंग व पर्स चोरी की घटनाओं पर भी रोक लगी।
समाधि के दर्शन के लिए 3 बड़ी एलईडी स्क्रीन लगाई गईं। श्रद्धालुओं के ठहरने हेतु प्रतिदिन 3 हजार यात्रियों की क्षमता वाले जर्मन हैगर युक्त रैन बसेरे तैयार किए गए, जिनमें 48 शौचालय व 48 स्नानघर भी बनाए गए ।
देवस्थान सहायक आयुक्त ओमप्रकाश के मुताबिक, रैन बसेरों में विश्व मानव रूहानी केंद्र की ओर से निःशुल्क
चिकित्सालय संचालित किया गया, जिसमें
लगभग 20 हजार मरीजों का इलाज किया गया और दवाइयां भी वितरित की गईं। उल्लेखनीय है
कि मेले में एक भी गंभीर चिकित्सकीय हादसा दर्ज नहीं हुआ। रैन बसेरों के सामने
श्रद्धालुओं के लिए भंडारों की भी व्यवस्था की गई।
जिला कलेक्टर डॉ. खुशाल यादव की पहल पर श्री गोगाजी मंदिर के लिए एक अधिकृत वेबसाइट विकसित की गई, जिसके माध्यम से श्रद्धालुओं को मेले से जुड़ी जानकारी व लाइव दर्शन उपलब्ध हुए।
श्रद्धालुओं के लिए मेला परिचय पुस्तिका छपवाकर वितरित की गई और हेल्पलाइन भी जारी की गई। इस बार मेले में प्रतिदिन लेजर एंड साउंड शो का आयोजन कर श्रद्धालुओं को आकर्षित किया गया।
अंतर्राष्ट्रीय
कलाकार रामकुमार नाथ एंड पार्टी गोगामेडी ने जोरदार प्रस्तुतियां दी, पूर्णिमा को बड़ी संख्या में
श्रद्धालुओं ने धोक लगाई,
श्रद्धालुओं का आना लगातार 10 15 दिन
और जारी रहने का अनुमान हैं , मंच
संचालन वरिष्ठ अध्यापक शिवराजसिंह गोगामेडी और रमेश पेशकार ने किया l
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