] राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल रुपावास में जर्जर कमरों के कारण भय के माहौल में पढ़ रहे हैं 800 बच्चे

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राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल रुपावास में जर्जर कमरों के कारण भय के माहौल में पढ़ रहे हैं 800 बच्चे

 स्कूल में जर्जर हालत में 9 कमरे, एक कमरे की बारिश से छत गिरी, खुले आसमान और शैड के नीचे बैठकर पढ़ना मज़बूरी 



चोपटा। गांव रूपावास के राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल को पीएम श्री स्कूल का दर्जा मिला हुआ है। स्कूल में कमरों की कमी के कारण छात्रों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। स्कूल में 30 कमरें थे। इनमें से 7 कंडम हो चुके हैं। स्कूल में 1 कमरे में प्रधानाध्यापक कक्ष व रसोई घर का संचालन किया जा रहा है। इसी के साथ एक कमरें में लैब बनी हुई है। 9 कमरों की हालत खस्ता हो चुकी है। जर्जर कमरों की छत भी गिर रही है।

डिमांड भी भेजी गई है
स्कूल में छठी से बारहवीं कक्षा तक करीबन 800 छात्रों की संख्या है। इस हिसाब से इनके 24 सेशन बन रहे हैं। छात्रों के हिसाब से कक्षा रूम नहीं होने पर खुले आसमान व शेड के नीचे कक्षाएं लगानी पड़ रही है। स्कूल प्रशासन व स्कूल प्रबंधन कमेटी की तरफ से शिक्षा विभाग को डिमांड भी कक्षा रूम बनाने के लिए भेजी गई है। मगर अभी तक कोई समाधान  नहीं हुआ है।

बरसात के दिनों में परेशानी
बरसात  के समय सभी कक्षाओं का संचालन कमरे में होता है। इसके चलते दो कक्षाओं के बच्चे एक साथ बैठाए जाते हैं। जिससे उनकी पढ़ाई बाधित होती है। बारिश के दिनों में बहुत समस्या आती है।

स्कूल का बेहतर परीक्षा परिणाम
पिछले सालों में स्कूल का दसवीं व बारहवीं कक्षा का परीक्षा परिणाम बेहतर आ रहा है। स्कूल में छात्रों की सुरक्षा का भी विशेष ध्यान रखा जाता है। जिसको लेकर स्कूल में सीसीटीवी कमरें लगाए हुए हैं।

कई गांवों के छात्र करने आते हैं पढ़ाई
रूपावास के गांव स्कूल में गांव अलाव आसपास गांवों के छात्र पढ़ाई करते आते हैं। स्कूल में गांव निर्बाण, रायपुर, बरासरी, जोड़कियां, लुदेसर के ग्रामीण पढ़ाई करने के लिए आते हैं। गांव के पूर्व सरपंच रामस्वरूप ओलख, एसएमसी के प्रधान रमेश ठोलिया, राजेंद्र कुमार, सुरेंद्र, विनोद कुमार, कृष्ण कुमार ने बताया कि स्कूल में कमरों की कमी है। इससे छात्रों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। जिला प्रशासन व शिक्षा विभाग के अधिकारियों को अवगत करवा चुके हैं। अगर जल्द ही समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन किया जाएगा।
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स्कूल में ग्रामीणों द्वारा बहुत ही ध्यान दिया जा रहा है। जिससे बच्चों को कोई परेशानी न हो। स्कूल में कमरों की कमी से छात्रों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। अगर जल्द ही कमरों की कमी दूर नहीं हुई तो आंदोलन किया जाएगा।
रामस्वस्प ओलख, पूर्व सरपंच, रूपावास
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स्कूल में छात्रों की संख्या 800 है, जबकि कमरों की कमी है। स्कूल में कमरों की कमी को लेकर शिक्षा विभाग के पास डिमांड भेजी गई है। कमरों की कमी होने से काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है।
कमलजीत सिंह, प्राचार्य, पीएम श्री स्कूल, रूपावास 

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