] गांव को नशा मुक्त बनाने वाली पंचायतें होंगी सम्मानित, विकास कार्यों के लिए दी जाएगी अलग से ग्रांट

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गांव को नशा मुक्त बनाने वाली पंचायतें होंगी सम्मानित, विकास कार्यों के लिए दी जाएगी अलग से ग्रांट

 जिला को नशा मुक्त बनाने में सहयोग के लिए आगे आएं सरपंच : उपायुक्त


गांव को नशा मुक्त बनाने वाली पंचायतें होंगी सम्मानित, विकास कार्यों के लिए दी जाएगी अलग से ग्रांट
-गांव में बाहर से नशा बेचने वालों पर निगरानी के लिए महिलाओं व पुरूषों की बनाएं कमेटी

-नशा पर अंकुश व कोराना से बचाव लेकर उपायुक्त रमेश चंद्र बिढाण ने सरपंचों से की वीडियो कॉफ्रेसिंग के जरिये की बैठक

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नशा को जिला से जड़मूल से उखाड़ फैंकने के लिए सभी को मिलकर नशे के खिलाफ लडऩा होगा। इस कार्य में ग्राम पंचायतें अहम भूमिका निभा सकती है, क्योंकि पंचायत प्रतिनिधियों की बात का लोगों पर अच्छा प्रभाव होता हैं।  जिला में चलाए गए नशा मुक्ति अभियान में सहयोग के लिए सरपंच आगे आएं और अपने गांव को नशा मुक्त बनाने की दिशा मेें काम करें। जिस प्रकार से लॉकडाउन में कोरोना को लेकर सजगता दिखाई थी, वैसी ही सजगता नशे को लेकर भी दिखाएं।

 उपायुक्त रमेश चंद्र बिढाण ने सोमवार को कैंप कार्यालय में सरपंचों के साथ वीडियो कॉफ्रेसिंग के जरिये बैठक के दौरान कही। उपायुक्त ने सभी सरपंचों से जिला में नशा व कोरोना को लेकर विभिन्न पहलूओं पर बात की और इस दिशा में आगे आकर पूर्ण सहयोग करें, ताकि जिला को नशा से मुक्त किया जा सके व कोरोना फैलाव पर अंकुश लग सके।

उपायुक्त ने कहा कि सरकार द्वारा नशा के प्रति जागरूकता व इसे खत्म करने के लिए नशा मुक्ति भारत अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत देश के नशा प्रभावित 272 जिलों को चिन्हित किया गया है, जिसमें प्रदेश के सिरसा जिला को भी शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि नशा को जिला से खत्म करने के लिए सभी को इस अभियान में सहयोग के लिए आगे आना होगा। इस कार्य में ग्राम पंचायतें महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। सरपंच गांव को नशा मुक्त बनाने के लिए गांव स्तर पर मुहिम चलाकर गांव को नशा मुक्त बनाने की दिशा में कार्य करें और युवाओं को नशा न करने बारे प्रेरित करें।

नशा मुक्त होने पर गांव में विकास के लिए दी जाएगी अलग से धनराशि :
उपायुक्त  ने कहा कि यदि कोई ग्राम पंचायत अपने गांव को नशा मुक्त बनाती है तो उसे विशेष दिवस के अवसरों पर सम्मानित किया जाएगा। इसके अलावा गांव में विकास के लिए अलग से धनराशि भी आवंटित की जाएगी। इसलिए सरपंच आगे आकर गांव से नशे को खत्म करने की दिशा में कार्य करें, ताकि गांव स्वस्थ, समृद्ध व खुशहाल बनें, साथ ही एक स्वच्छ व स्वस्थ समाज का भी निर्माण हो सके।

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