] शक्कर मंदोरी के सरकारी स्कूल बने तालाब, तीन से चार फीट तक पानी भरा, पढ़ाई पर संकट

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शक्कर मंदोरी के सरकारी स्कूल बने तालाब, तीन से चार फीट तक पानी भरा, पढ़ाई पर संकट

                            गांव शक्कर मंदोरी के सरकारी स्कूल बने तालाब

हरियाणा के सिरसा जिले के गांव शक्कर मंदोरी में सरकारी स्कूलों की हालत बारिश और सेम के पानी से बदतर हो गई है। गांव के राजकीय कन्या मिडल स्कूल, राजकीय कन्या प्राथमिक स्कूल और राजकीय प्राथमिक स्कूल तीनों ही जलभराव से प्रभावित हैं। स्कूलों में तीन से चार फीट तक पानी भरा हुआ है, जिससे पढ़ाई पूरी तरह से ठप हो गई है। जिले में बुधवार से स्कूलों को खोलने का आदेश है, लेकिन गांव शक्कर मंदोरी के स्कूलों में भरे पानी ने पढ़ाई पर संकट खड़ा कर दिया है। स्कूलों के अध्यापक, अभिभावक और बच्चे सभी असमंजस में हैं कि पढ़ाई कहां और कैसे होगी। बरसात और सेम के पानी ने स्कूल प्रांगण को तालाब बना दिया है। शौचालयों की गंदगी बरसाती पानी के साथ कक्षाओं और प्रांगण में घुस गई है, जिससे सड़ांध फैल गई है। ग्रामीणों को डर है कि ऐसी स्थिति में बच्चों के बीच बीमारियां फैलने का खतरा और बढ़ जाएगा।

 

कितने बच्चे प्रभावित

 

राजकीय कन्या मिडल स्कूल: 72 छात्राएँ

 

राजकीय कन्या प्राथमिक स्कूल: 36 छात्राएँ

 

राजकीय प्राथमिक स्कूल: 44 विद्यार्थी

 

कुल मिलाकर 150 से अधिक बच्चे जलभराव से प्रभावित हैं।

 

स्कूल इंचार्ज की चिंता

 

स्कूल इंचार्ज राजेश महिया ने बताया कि गांव के तीनों स्कूलों में पिछले कई दिनों से पानी जमा है। इससे स्कूल भवनों की नींव को भी खतरा हो रहा है। ग्राम पंचायत और ग्रामीण लगातार पानी निकालने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन स्थिति फिलहाल काबू में नहीं आई है।

 

उन्होंने कहा कि अगर पानी समय रहते नहीं निकाला गया, तो बच्चों की पढ़ाई गांव के मंदिरों या शेड में शिफ्ट करनी पड़ेगी।

 

पहले भी होती रही समस्या

 

गांव शक्कर मंदोरी के सरकारी स्कूलों में हर साल बारिश के मौसम में जलभराव की समस्या खड़ी हो जाती है। पिछले साल भी ऐसी ही स्थिति बनी थी, जिसके चलते अध्यापकों ने गांव के मंदिर और शेड में कक्षाएं लगवाई थीं।

 

ग्रामीणों की मांग

 

ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन को इस समस्या का स्थायी समाधान करना चाहिए। हर साल पानी भरने से बच्चों की पढ़ाई बाधित होती है और बीमारियों का खतरा भी मंडराता है।

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