] पैंतालिसा क्षेत्र में बारिश होने से सावनी की फसल को फायदा, किसानों के खिले चेहरे । Chopta Plus

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पैंतालिसा क्षेत्र में बारिश होने से सावनी की फसल को फायदा, किसानों के खिले चेहरे । Chopta Plus


राजस्थान की सीमा से सटे हरियाणा के पैंतालिसा क्षेत्र के रामपुरा ढिल्लों, हंजीरा, जोड़कियां, लुदेसर, गुसाईयाना खेड़ी सहित कई गांवो में  हुई  जोरदार बारिश से सावनी की फसल को संजीवनी मिली, वहीं लोगों को गर्मी से भी निजात मिली है। बारिश होने से किसानों के चेहरे खिल उठे हैं। बारिश से बीटी नरमा, देसी कपास, गवार, बाजरे, मूंगफली व अरंड की फसल को काफी फायदा होगा। बारिश होने से फसल पर सूखे का खतरा  टल गया है। सावनी की फसल का उत्पादन भी बंपर होने की उम्मीद बढ़ गई है।  राजस्थान की सीमा से सटे पैतालिसा क्षेत्र के  कागदाना, कुम्हारिया, खेड़ी, चाहरवाला, जोगीवाला, रामपूरा नवाबाद, जसानियां, राजपुरा साहनी, गुसाईयाना, रामपुरा ढिल्लों, हंजीरा, लुुुदेसर जोड़कियां सहित कई गांवों में दो दिन से रूक रूक कर बारिश हो रही है। गौरतलब हैै कि ये गांव नहरों के अंतिम छोर पर पडऩे के कारण इन गांवों की अधिकतर जमीन बिरानी है तथा सावनी की फसल मानसून की बारिश पर आधरित होती है।  किसानों ने बीटी नरमें व देशी कपास, ग्वार बाजरे, मूंगफली,  मूंंग, अरंड की फसल की बिजाई तो कर दी। लेकिन नहरी पानी के अभाव के कारण उसमें सिंचाई नहीं हो पा रही थी।  किसान राजेश कुमार, पालाराम, जगदीश, महेंद्र सिंह व सुरेश कुमार, श्रवण कुमार, विक्रम सिंह का कहना है कि बारिश फसलों के लिए तो फायदेमंद  है। बारिश होने से फसलों की सिंचाई नहीं करनी पड़ेगी, जिससे उनके डीजल का खर्च बच जाएगा। बारिश से फसलों का उत्पादन भी बेहतर होगा।

 गौरतलब है कि इस बार चोपटा खंड में 37500 हेक्टेयर में बीटी नरमा जिसमें 2150 हेक्टेयर में देशी कपास, 3200 हेक्टेयर में धान, 13500 हेक्टेयर में गवार, 1650 हेक्टेयर में बाजरा, 2400 हेक्टेयर में मुंगफली, 650 हेक्टेयर में अंरड की फसल की बिजाई की गई है। जिस में बारिश से काफी फायदा हुआ है।

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