] गांव कुम्हारिया में मरी 3 भैंस में से दो भैंसों का हुआ पोस्टमार्टम।।। तीन पशु चिकित्सकों के पैनल ने किया पोस्टमार्टम, बिसरा जांच के लिए भेजा लुवास हिसार

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गांव कुम्हारिया में मरी 3 भैंस में से दो भैंसों का हुआ पोस्टमार्टम।।। तीन पशु चिकित्सकों के पैनल ने किया पोस्टमार्टम, बिसरा जांच के लिए भेजा लुवास हिसार

 गांव कुम्हारिया में मरी 3 भैंस में से दो भैंसों का हुआ पोस्टमार्टम।

तीन पशु चिकित्सकों के पैनल ने किया पोस्टमार्टम, बिसरा जांच के लिए भेजा लुवास हिसार, रिपोर्ट आने का इंतजार
चोपटा। खंड के गांव कुम्हारिया में  5 भैंस हरा चारा खाने से बीमार होने व जिनमें से 3 भैंस मरने के बाद सोमवार को दो मृत पशुओं का ही पोस्टमार्टम हो सका। एक भैंस को कुत्तों ने पूरी बुरी तरह नोच दिया जिसका पोस्टमार्टम नहीं हो सका।  किसानो द्वारा मृत पशुओं के पोस्टमार्टम करने के लिए कहने के बाद कुम्हारिया के हड्डा रोड़ी में पड़ी मृत दो पशुओं का 3 पशु चिकित्सकों  के पैनल ने पोस्टमार्टम किया व बिसरा लुवास हिसार में जांच के लिए भेज दिया। पशु चिकित्सक प्रथम दृष्ट्या भैंस मरने का कारण फूड प्वाइजनिंग बता रहे हैं। गौरतलब है कि गांव कुम्हारिया के किसान इंद्रपाल की तीन भैंस अचानक बीमार हो गई। किसान ने तुरंत पशु चिकित्सकों को बुलाया तो पशु चिकित्सकों के इलाज के दौरान 2 भैंस की मौत हो गई। इसी प्रकार किसान फतेह सिंह की 2 भैंस भी अचानक बीमार हो गई जिनमें से एक भैंस की मौत हो गई।  किसानों का कहना है कि उन्होंने तो पशुओं को चारा डाला था उसके बाद भैंस बेहोश होने लगी तो उन्होंने चिकित्सकों को बुलाया जिनमें से तीन की मौत हो गई और दो गंभीर अवस्था में है। वेटरनरी सर्जन रवि कुमार ने  बताया कि हरे चारे या फूड प्वाइजनिंग से पशु बीमार हो गए हरे चारे में जहर बनने से भैंस की मौत हो सकती है। उन्होंने बताया कि किसानों द्वारा पोस्टमार्टम का लिख कर देने के बाद पशुओं का पोस्टमार्टम करने के लिए तीन डाक्टरों बृजलाल वेटरनरी सर्जन मोरी वाला, विजय सिंह बैनीवाल वेटरनरी सर्जन माधोसिंघाना, व खुद रवि कुमार वेटरनरी सर्जन रामपुरा ढिल्लों ने पैनल बनाकर 2 पशुओं का पोस्टमार्टम किया और उनका विसरा जांच के लिए लुवास केंद्र हिसार में भेज दिया अब रिपोर्ट आने पर ही पता चल सकेगा कि पशुओं की मौत किस कारण से हुई। उन्होंने बताया कि एक मृत भैंस करीब 9 महीने की गर्भवती थी जिसके कटड़े की भी मौत हो गई।  उन्होंने बताया कि प्रथम दृष्टता पशुओं की मौत हरे चारे में पोइजन बनने से हुई लगता है किसी वायरल  या अज्ञात बीमारी की कोई आशंका नहीं है। दो बीमार पशुओं का इलाज किया जा रहा है ।

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